मासूम दोस्ती

 सूर्या! congratulations -सामने से आती हुई एक लड़की ने मुस्कुराते हुए कहा । उसने एक व्हाइट कलर की रिप्ड़ जीन्स और ब्लैक क्रॉप टॉप पहना हुआ था ।

सूर्या नहीं,सूर्यान्श पाठक । सूर्यान्श पाठक नाम है मेरा और यह पहली बार नहीं है जब मैं आपको अपना नाम बता रहा हूँ । आइंदा ध्यान रखियेगा वर्ना मुझसे बुरा कोई नहीं होगा-सूर्यान्श ने गुस्से में भरकर कहा।

इस लड़की का नाम जिया है । जिया शुरू से सूर्यान्श की क्लास्मेट रही है । वह शुरू से ही सूर्यान्श को पसंद भी करती है लेकिन आज तक सूर्यान्श ने कभी उससे ठीक से बात नहीं की।

सूर्यान्श जानता है कि  जिया उसे पसंद करती है । और उसका उददेश्य सिर्फ उसे हासिल करना है । उसे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि सूर्यांश क्या सोचता है?? उसकी फीलिंग्स क्या हैं?? क्या वह उसके साथ खुश रह पाएगा?? यही कारण है कि सूर्याश हमेशा उससे दूरियाँ बनाये रखता है ।

इस बात से पूरा कॉलेज वाकिफ है कि जिया सूर्यान्श के लिए पागल है । वह उसे हासिल करने के लिए कुछ भी कर सकती है।

जिया से भिडने के बाद सूर्या , डेनि और विक्की क्लासरूम में पहुँचते हैं ।

क्लास में सीटिंग  प्लान रोल नंबर के अकॉर्डिंग है। सेकंड लास्ट बैंच पर डेनि और विक्की और लास्ट बैंच पर प्रेक्षा और सूर्या । प्रेक्षा 8th क्लास से सूर्या की सीट पार्टनर है । आज तक उसने सूर्या से कभी बात नहीं की । सूर्या ने भी कभी उससे बात करने की कोशिश नहीं की।

प्रेक्षा एक सीधी- सादी सी लड़की है । किसी से उसकी ज्यादा नहीं बनती है क्योंकि ज्यादातर लोग उसके चस्मे और उसके कपडों का मजाक बनाते हैं । प्रेक्षा इस कॉलेज में पिछले 2 साल से है लेकिन उसका कोई दोस्त नहीं है । कई  लोग उससे बात करते हैं, वो भी कर लेती है लेकिन किसी से दोस्ती नहीं हुई।

प्रेक्षा कई बार जिया के गुस्से का शिकार हो चुकी है क्योंकि वो सूर्या की सीट पार्टनर है । जिया उसे कई बार कॉलेज न आने के लिए धमका चुकी है ।

एक बार जब जिया  प्रेक्षा से झगड़ा कर रही थी तभी वहाँ  सूर्या आ गया ।
जिया-ओए चिस्मिस! लगता है तू अंधी होने के साथ -साथ  बहरी भी है । मैने कितनी बार तुझसे  कॉलेज छोडने को कहा है, समझ नहीं आता है ना तुझे ।
प्रेक्षा-मेरा रोल नंबर सूर्यांश के पहले है इसलिए मैं उसकी सीट पार्टनर हूँ, इसमें मेरी क्या गलती है??
जिया- मुझे नहीं जानना किसकी गलती है??
मैं तुझे वॉर्न कर रही हूँ । अगर तूने कॉलेज आना नहीं छोडा तो•••••••

तो क्या करेंगी आप??- सूर्यांश ने उसकी बात पूरी करते हुए,उसे पृश्नसूचक निगाह से देखा ।

जिया ठिठक गई।

प्रेक्षा कॉलेज छोडकर कहीं नहीं जाएगी। आप कर लिजिए जो आप कर सकती हैं-सूर्यांश ने बिना किसी भाव के कहा।

आप क्लास में जाईये-सूर्यांश ने प्रेक्षा से कहा।

यह पहली बार था जब सूर्यांश ने जिया के अलावा किसी और लड़की से कुछ कहा था। जिया से तो आए दिन सूर्यांश का टकराव होता रहता था ।

प्रेक्षा एकटक उसे देख रही थी जिससे सूर्यांश झल्ला गया और खुद ही क्लास में चला गया ।

क्लास में जाकर प्रेक्षा उसकी बगल में  अपनी जगह  पर जाकर बैठ गई  ।

प्रेक्षा ने जैसे ही सूर्यांश से कुछ कहना चाहा, सूर्यांश ने गुस्से से उसे हाथ दिखाकर चुप रहने को कहा।

प्रेक्षा जल्दी से सीधी होकर बैठ गई और सामने की ओर देखने लगी।

गूड़ मॉर्निंग स्टूडेंट्स-क्लास में क्लास टीचर मीनू मैम आईं।
वेलकम इन क्लास 11th डीयर स्टूडेंट्स। जैसा कि आपको पता है कि हर बार 11th क्लास में कुछ नये स्टूडेंट्स दाखिला लेते हैं । वैसे ही इस बार भी कुछ स्टूडेंट्स ने दाखिला लिया है।
इनमें एक स्टूडेंट स्पैशल है जिससे मैं आपका परिचय करवाने जा रही हूँ ।

इनका नाम है- लक्षिता खन्ना। लक्षिता बेहद होनहार और काबिल लड़की हैं । यह दिल्ली के एक जाने -माने कॉलेज की टॉपर हैं । लक्षिता के नाम कई सारे मेडल्स और साइंस रिकॉर्ड्स हैं। इन्होने इस छोटी सी उम्र में  200 से ज्यादा साइंस एक्सपेरिमेंटस किये हैं इसिलिए प्रिंसिपल सर ने इनके आने से पहले ही इनका इंट्रोडक्शन आपको देने को कहा है ।

लक्षिता कल कॉलेज आयेंगीं। आप सब उनके साथ अच्छे से पेश आइएगा।  इतना कहकर टीचर क्लास से चली गईं।

सूर्यांश अपनी सीट पर बैठा न जाने कहाँ खो गया ।

सूर्या, ऐ सूर्या!!-विक्की ने सूर्यांश को झकझोरते हुए कहा।
सूर्या! कहाँ खो गया यार??

कहीं नहीं-सूर्यांश ने हडबडाते हुए जबाब दिया जैसे वो किसी नींद से जागा हो।

मैं बताता हूँ विक्की! ये कहाँ खो गया??- डेनि ने मुस्कुराते हुए कहा ।

ऐ तू क्या बतायेगा??- सूर्यांश ने उसे घूरते हुए कहा ।

तू चुप बैठ ,बताने दे उसे। हाँ! डेनि तू बता  - विक्की ने दोनों के बीच में आते हुए कहा ।

हाँ! तो बात ये है कि पाठक साहब अपनी पोजीशन के बारे में  सोच रहे हैं  क्योंकि अब इनकी टक्कर का दूसरा शख्स भी क्लास में होगा। अब तो दुगुनी मेहनत करनी पड़ेगी  पाठक साहब -डेनि ने किसी दार्शनिक की तरह  कहा।

साले! तू  दार्शनिक कब से हो गया?? रुक मैं अभी बताता हूँ तुझे-इतना कहकर सूर्यांश ने एक घूंसा डेनि के जड दिया और भाग गया ।

डेनि सूर्या को पकड़ने के लिए उसके पीछे भाग गया ।

ये दोनों शायद भूल जाते हैं कि इनके साथ एक विक्की नाम का प्राणी भी रहता है-मन ही मन में बडबडाते हुए विक्की भी उनके पीछे चला गया ।

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आज के लिए इतना ही । अगले part में आप लक्षिता से मिलेंगे। तो क्या बदलाव आने वाले हैं सूर्या में लक्षिता के आने के बाद?? जानने के लिये जुडे रहिये साही के साथ ।

TO BE CONTINUE •••••••••••••••••••••••••


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5 Comments

shweta soni

23-Jul-2022 05:02 PM

Nice 👍

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Gunjan Kamal

12-Jun-2022 10:37 AM

शानदार

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Sona shayari

12-Jun-2022 07:38 AM

Nice

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